स्मार्टफोन (Smartphone) आज हर किसी की बेसिक नीड बन चुका है. शायद ही आज कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो स्मार्टफोन का यूज नहीं कर रहा होगा. यह आज ऐसी जरूरत बन गया है जिससे हमारे रोजाना के कई काम जुड़े हुए हैं. आज हम स्मार्टफोन का यूज़ केवल किसी से बात करने के लिए करने के लिए ही नहीं करते बल्कि कामों के लिए भी करने लगे हैं.
स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियां भी हर दिन स्मार्टफोन से जुड़े हुए कई अपडेट्स (Smartphone Updates) लेकर मार्केट में आ रही हैं. कभी स्मार्टफोन का कैमरा काफी एडवांस (Advance Camera) बना दिया जाता है तो कभी चार्जिंग की स्पीड (Charging Speed) बढ़ा दी जाती है. आज हमारे सामने कई फोन ऐसे हैं जो कुछ मिनटों में ही चार्ज हो जाते हैं.
आज हम स्मार्टफोन के जिस फीचर की बात करने जा रहे हैं वह भी चार्जिंग (Smartphone Charging) से ही जुड़ा हुआ है. दरअसल आज हम बात कर रहे हैं रिवर्स चार्जिंग फीचर की. यह सुनने में ही अलग लग रहा है. तो चलिए बात करते हैं इसके बारे में.
सबसे पहले आपको बताते हैं स्मार्टफोन चार्जिंग के बारे में. आजकल के स्मार्टफोन पहले के मुकाबले काफी स्पीड से चार्ज हो जाते हैं. इसका कारण यह है कि इनका चार्जर अधिक वॉल्ट के साथ निर्मित होता है जोकि फोन को रिचार्ज करने में मदद करता है. बेसिकली चार्जिंग दो तरह की होती है.
वायर्ड चार्जिंग (Wired Charging) : इस तरह की चार्जिंग का इस्तेमाल आज लगभग हर घर में होने लगा है. हमारे पास घर में जो चार्जर मौजूद है जिनमें एक वायर लगा हुआ होता है और जिससे हमारे फोन को चार्ज किया जाता है. इस तरह के चार्जर को वायर्ड चार्जर कहते हैं, और यह चार्जिंग वायर्ड चार्जिंग कहलाती है.
वायरलेस चार्जिंग (Wireless Charging) : जैसा इसके नाम से ही समझ में आता है कि इस तरह के चार्जर में वायर का इस्तेमाल नहीं होता है. दरअसल Mobile Charging में एक डिवाइस होती है जिस पर अपने मोबाइल को रख देने से मोबाइल चार्ज होना शुरू कर देता है. इस तरह के चार्जर को वायरलेस चार्जर और चार्जिंग को वायरलेस चार्जिंग कहा जाता है.
दोस्तों यह हमने आपको बताया वायर्ड चार्जिंग और Wireless Charging के बारे में. अब हम बात करेंगे रिवर्स चार्जिंग (Reverse Charging) के बारे में. रिवर्स चार्जिंग को मार्केट में अभी कुछ ही समय हुआ है लेकिन इस थोड़े से समय में भी यह काफी चर्चा में आ गया है. चलिए बताते हैं आपको कैसे?
Contents
रिवर्स चार्जिंग क्या है? What Is Reverse Charging ?
रिवर्स चार्जिंग हमारे स्मार्टफोन से जुड़ा हुआ एक नया फीचर है, जिसके अंतर्गत एक फोन के द्वारा दूसरे फोन को चार्ज किया जा सकता है. यानी मान लीजिए यदि आपके पास दो फोन है उसमें से पहले फोन में आपके पास रिवर्स चार्जिंग का फीचर उपलब्ध है तो आप उस फोन की सहायता से दूसरे फोन को आसानी से चार्ज कर सकते हैं.
रिवर्स चार्जिंग में भी दो तरह की चार्जिंग अवेलेबल है. जिसमें पहला है वायर्ड रिवर्स चार्जिंग (Wired Reverse Charging) और दूसरा है वायरलेस रिवर्स चार्जिंग (Wireless Reverse Charging). वायर्ड रिवर्स चार्जिंग के बारे में आपको बता दें कि इस फीचरकी सहायता से आप किसी भी अनी फोन को चार्ज कर सकते हैं जबकि वायरलेस रिवर्स चार्जिंग में केवल उस फोन को ही चार्ज किया जा सकता है जो फोन Wireless Charging को सपोर्ट करता हो.
रिवर्स चार्जिंग कैसे काम करता है? How Reverse Charging Works ?
रिवर्स चार्जिंग फीचर (Reverse Charging Feature) एक तरह से पावर बैंक की तरह भी काम करता है. जिस तरह से हम पावर बैंक को चार्ज करते हैं फिर उसकी सहायता से हम किसी अन्य फोन को भी चार्ज कर लेते हैं. ठीक उसी तरह से रिवर्स चार्जिंग फीचर की सहायता से हम एक फोन से दूसरे फोन को भी चार्ज कर सकते हैं.
इसके बारे में यह कहा जा रहा है किस टेक्नोलॉजी की मदद से आईफोन यूजर्स (iPhone Usres) भी किसी दूसरे आई फोन को चार्ज कर सकेंगे. इस तरह की टेक्नोलॉजी का उपयोग एप्पल ने Magsafe प्रोडक्ट के लिए भी किया है. आईफोन में पीछे की साइड एक चुम्बक लगाया गया है जिससे इस फीचर के काम करने की संभावना अधिक है. इस टेक्नोलॉजी को ही रिवर्स चार्जिंग (Reverse Charging) भी कहा जाता है.
रिवर्स चार्जिंग से हम किसी एक स्मार्टफोन को दूसरे स्मार्टफोन से चार्ज तो कर सकते हैं लेकिन इसके लिए देने वाले स्मार्टफोन में रिवर्स चार्जिंग का फीचर होना जरूरी है. यदि फोन में यह फीचर नहीं होता है तो फिर दूसरा फोन चार्ज नहीं होगा.
रिवर्स चार्जिंग कैसे करें? How To Use Reverse Charging ?
रिवर्स चार्जिंग करने के लिए आपको एक Adapter की जरूरत होती है. इसमें एक तरफ मेल माइक्रो यूएसबी (Male Micro USB) होती है और दूसरी तरफ Female Micro USB लगी होती है. यह काफी सिंपल सा प्रोसेस है.
सबसे पहले आपको Male Micro USB को अपने स्मार्टफोन में लगाना होता है.
इसके बाद फीमेल माइक्रो यूएसबी में आपको दूसरे फोन का चार्जिंग मेल USB लगाना होगा.
जब आप इन दोनों फोन को कनेक्ट कर लेते हैं तो आपको यहां पर एक पॉपअप दिखाई देगा, जिसमें आपको रिवर्स चार्जिंग के लिए परमिशन मांगी जाएगी.
जैसे ही आप इसके लिए अनुमति दे देते हैं तो चार्जिंग शुरू हो जाता है. ऐसे में यदि आपकी दोनों फोन बंद होते हैं तो चार्जिंग तेजी से होता है.
Smartphone से Computer पर Internet कैसे चलाएं?
Mobile Battery Charging Tips in Hindi
Smartphone को Wireless Microphone कैसे बनाएँ?
Android Smartphone का Backup कैसे बनाएं – How to Android Smartphone Backup