हर Android Smartphone में Developer Option नाम का एक फीचर होता है जिसका इस्तेमाल करना काफी कम लोग जानते हैं. अगर आप अपने स्मार्टफोन का एडवांस इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आपको Developer Option Kya hai? इस बारे में जरूर जानना चाहिए.
अगर आप Android Smartphone का इस्तेमाल करते हैं तो आपको Developer Option के बारे में जरूर जानना चाहिए. अगर आप Developer Option का उपयोग करते हैं तो आप अपने फोन में छुपे हुए कई कमाल के फीचर्स का उपयोग कर पाएंगे.
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Developer Option Kya Hai?
Developer Option आपके फोन की सेटिंग में मौजूद एक बहुत सारे ऑप्शन का समूह है. मतलब इसके अंदर आपको कई सारे फीचर्स उपयोग करने को मिल जाते हैं. Developer Option कोई एक ऑप्शन नहीं है बल्कि ये बहुत से ऑप्शन का एक समूह है.
इसमें Developers के लिए बहुत से एडवांस फीचर दिए गए हैं. इन फीचर्स का उपयोग आप अपने फोन को कंट्रोल करने के लिए कर सकते हैं. इसकी मदद से आप अपने फोन की कार्यक्षमता को बढ़ा सकते हैं. लेकिन इसे इस्तेमाल करने के लिए आपको इसकी सही जानकारी होना अनिवार्य है.
Developer Option कैसे ऑन करें?
Developer Option एक छुपा हुआ ऑप्शन है जो आपको सीधे तौर पर स्मार्टफोन में नहीं दिखेगा, लेकिन जो तरीका हम आपको बता रहे हैं आप उसकी मदद से आसानी से अपने फोन में developer Option को ऑन कर सकते हैं और इसके अंदर के फीचर्स का लाभ उठा सकते हैं.
– Developer Option को ऑन करने के लिए आपको अपने फोन की Setting में जाना है.
– इसके बाद About Phone के सेक्शन में जाएं.
– इसके अंदर आपको Software Information पर क्लिक करना है.
– इसके अंदर ही आपको Build Number का एक ऑप्शन दिखाई देगा. इस पर आपको लगातार 7 बार क्लिक करना है.
– ऐसा करने से आपके फोन में Developer Option Enable हो जाएगा और सेटिंग में ऑप्शन जुड़ जाएगा.
Developer Option में क्या होता है?
Developer Option के अंदर कई सारे ऑप्शन का समूह होता है. इसमें ऐसे विकल्प होते हैं जिनसे स्मार्टफोन के सॉफ्टवेयर में थोड़ी छेड़छाड़ की जा सकती है. मतलब ये विकल्प सीधे तौर पर एक नॉर्मल यूजर के लिए नहीं होते हैं. इसमें ऐसे फीचर्स होते हैं जिन्हें उपयोग करने के लिए आपको थोड़ी बहुत टेक्निकल नॉलेज होनी चाहिए.
डेवलपर ऑप्शन के फीचर्स
डेवलपर्स ऑप्शन को कई सारे फीचर्स का समूह कहा जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसमें कौन-कौन से फीचर्स आते हैं. इसमें काफी काम के फीचर्स होते हैं जो आपके स्मार्टफोन को चलाने का तरीका बदल सकते हैं.
1) USB Debugging Kya hai?
डेवलपर ऑप्शन का सबसे खास फीचर USB Debugging है. एक स्मार्टफोन को जब आप अपने कंप्यूटर या लैपटॉप से किसी केबल के जरिए कनेक्ट करते हैं तो आपने देखा होगा की शुरुआत में ये सिर्फ चार्जिंग के लिए बताता है. आप डाटा ट्रांसफर नहीं कर पाते हैं. काफी लोग इसी से परेशान है.
ये कोई समस्या नहीं है और न ही आपको इससे परेशान होने की जरूरत है. इसे छुटकारा पाने के लिए आपको बस अपने फोन के developer option के अंदर जाकर USB Debugging को ऑन करना है. इसके बाद आपके फोन से डाटा ट्रांसफर भी होने लग जाएगा.
2) OEM Unlocking
आप कोई भी स्मार्टफोन लेते हैं तो कंपनी उसके ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ्टवेयर को लॉक करके रखती है. आप सिर्फ अपने फोन में ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग कर सकते हैं लेकिन उसमें बदलाव नहीं कर सकते हैं.
लेकिन OEM Unlocking की मदद से आप अपने फोन के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर सकते हैं. इसे Root करना कहते हैं. अगर आप अपने Phone को root करते हैं तो कंपनी की गारंटी और वारंटी दोनों खत्म हो जाती है.
3) Running Services
ये फीचर आपको आपके फोन में चल रही सर्विस के बारे में पूरी जानकारी देता है. आपके फोन में कौन सा एप चल रहा है, कब से चल रहा है, कितनी रैम उपयोग कर रहा है? इस तरह की सारी जानकारी आपको Running services में मिल जाती है.
4) Animation Scale
आपके फोन की स्पीड यदि आपको धीमी लग रही है तो आपको एक बार Animation Scale में जाकर अपने फोन की स्पीड बढ़ाकर देखनी चाहिए. इसमें आप Transition, Window आदि की स्पीड को कम या ज्यादा कर सकते हैं. इसकी मदद से आप दो transition के बीच के समय को भी कम या ज्यादा कर सकते हैं.
5) Force 4x MSAA
आपको गेमिंग का शौक है लेकिन आपके पास अच्छे ग्राफिक्स वाला महंगा फोन नहीं है तो आपको Force 4x MSAA का उपयोग जरूर करना चाहिए. इसकी मदद से आप अपने फोन की वीडियो, ग्राफिक क्वालिटी को 4 गुना तक बढ़ा सकते हैं. इसका उपयोग करने पर आपको गेमिंग का मजा हाई क्वालिटी में मिलेगा. लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि इसका उपयोग करने से आपके फोन की बैटरी बहुत जल्दी खत्म होगी. क्योंकि ग्राफिक्स को प्रोसेस करने में काफी ज्यादा बैटरी खर्च होती है.
6) Background Process Limit
स्मार्टफोन में हम किसी एप को चलाकर ऐसे ही छोड़ देते हैं. इसके बाद वो बैकग्राउंड में चलती रहती है और आपकी फोन की बैटरी और इंटरनेट का इस्तेमाल करती रहती है. अगर आप इनसे बचना चाहते हैं तो आपको Background Process Limit का इसेमाल जरूर करना चाहिए.
इसमें आपको 6 विकल्प मिलते हैं. अगर आप No background process का इस्तेमाल करते हैं तो बैकग्राउंड में एक भी प्रोसेस नहीं होगी. इसके अलावा आप अपनी मर्जी से बैकग्राउन्ड प्रोसेस का चुनाव कर सकते हैं.
7) बैकग्राउंड चेक
आपके फोन में काफी सारे एप ऐसे होते हैं जो आपकी जानकारी के बिना ही बैकग्राउंड में चलते रहते हैं. ये आपके फोन की बैटरी और इंटरनेट दोनों का ही इस्तेमाल करते हैं. कई बार तो ऐसे ऐप हैकिंग का भी काम करते हैं इसलिए इन पर नजर रखना बेहद जरूरी होता है.
इन ईपीएस को आप Background Check नाम के फीचर में देख सकते हैं और इन्हें पूरी तरह Disable कर सकते हैं. इसके बाद ये आपके फोन की बैटरी और इंटरनेट दोनों का इस्तेमाल नहीं करेंगे.
Developer Option Kya hai? Developer Option के खास फीचर्स कौन से हैं? इस बारे में आप जान गए हैं. इसका इस्तेमाल थोड़ा सोच-समझकर करें क्योंकि इससे आपकी फोन की सेटिंग बिगड़ सकती है. आप जो भी सेटिंग का बदलाव इसमें कर रहे हैं उसे याद रखें बाद में यदि आप उस सेटिंग के लिए Comfortable नहीं है तो बदलाव कर सकते हैं.