Automatic Machine और Semi Automatic Washing मशीन में अंतर, कौन सी है सबसे बेहतर

Technology के इस दौर में हर व्यक्ति Machines से घिरा हुआ हैं. मशीनों ने लोगों को आज अपने ऊपर पूरी तरह आश्रित कर दिया हैं. इन मशीनों से न केवल हमारें काम आसान हो जाते है, बल्कि इनके कारण हमारें समय की भी बचत होती हैं.

इन्हीं में से Washing Machine भी हमारा काम आसान करने वाली मशीनों में से एक हैं. जिसके कारण कपंडे धोने जैसा बड़ा कठिन काम भी आसानी से हो जाता हैं. लेकिन आज कल की इस बढती टेक्नोलॉजी के दौर में वॉशिंग मशीन में भी कई तरह की वैराईटी आ चुकी हैं. जिसके चलते इसकी खरीदी में भी काफी समस्या आती हैं. ढेर सारी वैराईटी आने के कारण यह पता लगाना काफी मुश्किल हो जाता है कि कौन सी Washing Machine अच्छी है और कौन सी खराब. सबसे पहले तो यह जानना जरूरी है कि वॉशिंग मशीन कितने प्रकार की होती हैं ? तो आपको बता दे कि वॉशिंग मशीन दो प्रकार की होती हैं.

Semi Automatic Machine और Automatic Machine. सबसे पहले हम बात करते हैं सेमी ऑटोमेटिक मशीन की. आखिर ये कैसी होती है, इनकी कार्यविधि क्या होती है और आखिरकार इनमे ऐसा क्या नहीं होता जो ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीनों में होता हैं.

सेमी ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन

इस तरह की मशीने काफी पहले से बाजारों में उपलब्ध हैं. इन मशीनों का इस्तेमाल भी ज्यादा देखा जाता हैं. कम कीमत होने के चलते ये मशीने अधिकतर घरों में उपयोग में लाई जाती हैं. बात करें इन मशीनों की संरचना (Structure) की तो, इनमे दो प्रकार के ड्रम होते हैं. एक ड्रम में कपड़ों को धोया जाता हैं, तथा दूसरा ड्रम कपड़े सुखाने के लिए काम आता हैं. इसक मशीन की कार्यविधि कुछ इस तरह की हैं. सबसे पहले इसके एक ड्रम में पानी भरकर, उसमे सर्फ़ डाला जाता हैं. इसके बाद इसमें कपड़े डाल दिए जाते हैं.

इसमें कपडे धुलने के बाद आपको थोड़ी मेहनत करना होगी. आपको अब कपडे निकलकर दूसरे ड्रम में डालने होंगे. जहां कपड़ों का पानी निकलता है, और कपडें सुख जाते हैं. इसके बाद इस मशीन के पहले ड्रम में मौजूद गंदे पानी को आपको ही बटन दबाकर ड्रेन करना होगा. आकार में बड़ी होने वाली इस तरह की मशीनों में पानी आपको खुद ही भरना और निकलना पड़ता हैं.

लेकिन इस मशीन की ख़ास बात यह है कि आप चलती मशीन में बिच में भी कपड़ों को डाल सकते हैं. लेकिन ऑटोमेटिक मशीन इसके उलट होती हैं. आइए जानते है कि ऑटोमेटिक मशीन (Automatic machine) में ऐसा क्या अलग होता है, जो इसे सेमी ऑटोमेटिक मशीन से बेहतर बनाता हैं.

ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन

अब हम बात करते हैं ऑटोमेटिक मशीन की. अगर बात की जाए ऑटोमेटिक मशीन की तो यह Full advance technology के साथ में आती हैं. इस तरह की मशीन में आपको कई तरह की सुविधाए मिल जाती हैं. जैसे इस तरह की मशीन का आकार बहुत छोटा होता हैं, जिसके चलते इसे रखने में कोई परेशानी नहीं आती.

यह मशीन साइज में छोटी होने के चलते किसी भी स्थान पर आसानी से एडजस्ट हो जाती हैं. अगर बात करें इस मशीन की कार्यविधि की तो इसमें एक बार कपडें डालने के बाद यह मशीन अपना पूरा काम खुद कर देती हैं. इस मशीन में आपको कपडे एक ड्रम से दूसरे ड्रम में बदलने की जरुरत भी नही होती.

इसके लिए सबसे पहले कपडे आपको मशीन में डालने होते हैं, और केवल एक बार ही मशीन में पानी भरने की आवश्यकता होती हैं. इसके बाद मशीन में कपडें पूरी तरह सुखकर ही बाहर निकलते हैं. इस मशीन का स्सबसे बड़ा फायदा यह है कि इस मशीन के चलते आपका काफी समय बचता है, इस समय को आप किसी अन्य काम में उपयोग कर सकते हैं.

इस तरह की मशीन की कीमत सेमी ऑटोमेटिक मशीन की तुलना में अधिक होता हैं. लेकिन यह मशीन एक वरदान की तरह हैं. हमने सेमी ऑटोमेटिक मशीन और ऑटोमेटिक मशीन दोनों के बारें में जान तो लिया. लेकिन अब हम दोनों के बिच के अंतर को जानते हैं. आखिर दोनों में ऐसा क्या भिन्न हैं, और किस मशीन का परिणाम सबसे बेहतर होता हैं.

सेमी ऑटोमेटिक मशीन और ऑटोमेटिक मशीन में अंतर What’s the Difference Between Semi-Automatic and Fully-Automatic

सबसे पहले तो यह जानना जरुरी है कि सेमी ऑटोमेटिक मशीन और ऑटोमेटिक मशीन में क्या अंतर हैं. दरअसल दोनों में काफी ज्यादा अंतर हैं. अगर दोनों मशीनों के उपयोग की बात सेमी ऑटोमेटिक मशीन ऑटोमेटिक मशीन की तुलना में उपयोग में थोड़ी आसान हैं. दरअसल इसमें भी एक विशेष पेंच सामने आता हैं. क्योकि ऑटोमेटिक मशीन भी दो प्रकार की होती हैं एक होती हैं टॉप लोड वॉशिंग मशीन (Top Load Washing Machine) और फ्रंट लोड वॉशिंग मशीन (Front Load Washing Machine). दरअसल टॉप लोड वॉशिंग मशीन सेमी ऑटोमेटिक मशीन की तरह ही होती हैं. लेकिन इसमें अलग से मेहनत करने की जरुरत नहीं पड़ता.

इसको चलाने के बाद भी आप इसमें कपडें डाल सकते हैं, पानी डाल सकते हैं और डिटर्जेंट को भी मिला सकते हैं. जबकि फ्रंट लोड ऑटोमेटिक मशीन में आप एक बार कपडे, पानी और डिटर्जेंट डालने के बाद उसमे अतिरिक्त कपडें, पानी और डिटर्जेंट नहीं मिला सकते. वहीं अगर बात करें मशीन की बनावट की तो टॉप लोड मशीन में आपको कपडें धोने के लिए झुकना नहीं पड़ता.

वहीं फ्रंट लोड मशीन में आपको कपडें धोने के लिए थोडा झुकना पड़ता हैं. ऐसे में आप कह सकते है कि उपयोग करने में फ्रंट लोड मशीन की अपेक्षा टॉप लोड मशीन उपयोग में काफी सरल हैं. वहीं अगर धुलाई के बाद के परिणाम की तुलना करें तो सेमी ऑटोमेटिक मशीन में कपडें एक ड्रम के अन्दर आगे पीछे होते रहते हैं.

वहीं ऑटोमेटिक मशीन में कपडें अच्छी तरह से गोल घूमते हैं. जिससे कपड़ों की सफाई ज्यादा अच्छी होती हैं. ऐसे में आप कह सकते है, कि परिणाम की दृष्टी से ऑटोमेटिक मशीन, सेमी ऑटोमेटिक मशीन की तुलना में ज्यादा उत्तम हैं. वहीं वॉशिंग मशीन खरीदते समय एक महात्वपूर्ण बात का ध्यान रखना अवश्यक है, वो है पानी की खपत. दरअसल अक्सर पानी की किल्लत के चलते लोग वॉशिंग मशीन के इस्तेमास से बचते हैं. ऐसे में वॉशिंग मशीन की का कम पानी की खपत करना जरूरी हैं.

अगर बात की जाए सेमी ऑटोमेटिक मशीन या टॉप लोड वॉशिंग मशीन की तो इनमे पानी की खपत ज्यादा होती हैं, इसमें ज्यादा से ज्यादा पानी की आवश्यकता होती हैं. जबकि ऑटोमेटिक मशीन या फ्रंट लोड मशीन में पानी की खपत 30 से 40 प्रतिशत कम होती हैं. अर्थात माना जाए कि सेमी ऑटोमेटिक मशीन में जहां 10 से 12 लीटर पानी लगेगा तो, वहीं ऑटोमेटिक मशीन में 6 से 7 लीटर पानी में आपके कपडें धुल जाएंगे. इस तरह पानी की खपत के मामले में भी ऑटोमेटिक मशीन, सेमी ऑटोमेटिक मशीन से काफी ज्यादा बेहतर हैं.

वहीं अगर वॉशिंग मशीन में कुछ जरूरी है तो वह है, वॉशिंग मशीन की वाश स्पीड. दरअसल जितनी तेजी के साथ में कपडें धुलेंगे उतनी ज्यादा गंदगी बाहर निकलेगी. ऐसे में ऑटोमेटिक मशीन या फ्रंट लोड वॉशिंग मशीन वाश स्पीड के मामले में ज्यादा बेहतर हैं.

कुल मिलकर कहा जा सकता है कि ऑटोमेटिक मशीन हर मामले में बेहतर हैं. अंत में हम यह कह सकते है कि बढती टेक्नोलॉजी के इस दौर में नित नविन बदलाव हो रहे हैं. हो सकता है कि आने वाले समय में इन वॉशिंग मशीनों के फीचर्स और भी ज्यादा बेहतर हो जाए.

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