कुकीज़ (Cookies) क्या होती है (What is cookies) और क्या आप इनके बारे में जानते हैं? कई लोग सोच रहे होंगे की हम खाने वाली कुकीज़ की बात तो नहीं कर रहें हैं तो ऐसा नहीं है हम आपसे Internet की कुकीज़ के बारे में पूछ रहे हैं. आपने कई बार इनके बारे में सुना होगा और इनका नाम भी पढ़ा होगा. लेकिन कुकीज़ के बारे में कम ही लोगों को जानकारी है. कुकीज़ क्या होती है, कुकीज़ किस काम में आती है, कुकीज़ आपको किस तरह नुकसान पहुँचाती हैं ये सारी जानकारी आप इस लेख में पढ़ेंगे.
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कुकीज़ क्या होती है? (What is Cookies?)
कुकीज़ एक तरह की टेक्स्ट फ़ाइल (text file) होती है जो आपके लैपटॉप, कम्प्यूटर, मोबाइल और टेबलेट में किसी वेबसाइट को खोलने पर अपने आप बन जाती है. इन फ़ाइल में वो सारा डाटा होता है जो आपने उस वेबसाइट पर Search किया है. यानि की आपके keyword से लेकर आपके password तक सारी जानकारी इन कुकीज़ फ़ाइल (Cookies file) में होती है.
कई बार आप जब कम्प्यूटर पर इंटरनेट चलते हैं तो Browser की History को डिलीट करते हैं उसमें भी आपसे पूछा जाता है की क्या आपको कुकीज़ और केशे फ़ाइल डिलीट करनी है. अगर आप ये डिलीट कर देते हैं तो आपके ब्राउज़र की वजह से बढ़ने वाली जगह कम हो जाती है.
जिस तरह कम्प्यूटर के ब्राउज़र में कुकीज़ काम करती है ठीक उसी तरह हमारे मोबाइल में भी ब्राउज़र होता है और उस पर हम ढेर सारी चीजें सर्च करते हैं. उन सर्च की सारी जानकारी इन कुकीज़ में आ जाती है. इसे भी हम ब्राउज़र से डिलीट कर सकते हैं.
कुकीज़ के प्रकार (Types of cookies)
कुकीज़ चार तरह की होती है-
– सेशन ( Session Cookies )
– परसिस्टेंट ( Persistent Cookies )
– सिक्योर ( Secure Cookies )
– एचटीटीपी ओनली ( HTTP Only Cookies )
कुकीज़ का क्या काम है? (working of cookies)
कुकीज़ का काम समझने से पहले हम ये समझते हैं की इंटरनेट किस तरह काम करता है. आपने देखा होगा की आप जब भी इंटरनेट पर कोई keyword डालते हैं या फिर किसी और चीज के बारे में सर्च करते हैं तो पहले तो वो रिजल्ट बता देता है लेकिन इसके बाद आप किसी दूसरी ऐप पर इंटरनेट का उपयोग करते हैं तो आपको उस सर्च से Related Ads दिखाये जाते हैं ये सब HTTP Cookies की वजह से होता है.
अब हम ये समझते हैं की कुकीज़ कैसे काम करती है. अब मान लीजिये आज आपने अपने मोबाइल के chorme browser में rolex watch सर्च की. अब आप उसे देखने के लिए जिस भी वेबसाइट पर जाएंगे या जितनी भी जगह जाएंगे उस पूरे डाटा की एक फ़ाइल बन जाएगी जिसे कुकीज़ फ़ाइल कहते हैं.
कुकीज़ फ़ाइल में आपका सारा डाटा होगा की आपने rolex watch सर्च की. अब आप मान लीजिये facebook या फिर youtube चलाते हैं तो वहाँ पर भी आपको rolex watch से संबंधित विज्ञापन दिखाये जाएंगे जो आपको किसी ऐसी वेबसाइट पर ले जाएंगे जो rolex watch बेचती हो.
दरअसल कुकीज़ एक ऐसी फ़ाइल के रूप में काम करती है जो गूगल को ये बताती है की आपका इन्टरेस्ट किस चीज में है. इसके बाद गूगल अपने विज्ञापन देने वालों की डिमांड के हिसाब से आप तक उनकी वेबसाइट का विज्ञापन पहुँचाता है और इन्हीं विज्ञापन पर हम अक्सर क्लिक करके अपनी पसंद की चीज देख लेते हैं.
कुकीज़ से क्या फायदा है? (Benefit of Cookies)
कुकीज़ से तीन तरह के लोगों को फायदा होता है.
पहला फायदा तो हमे खुद को होता है. दरअसल जब भी हम कोई वेबसाइट खोलते हैं तो कुकीज़ के रूप में सारा डाटा एक फ़ाइल में सेव हो जाता है. पहली बार वो वेबसाइट खुलने में भी समय लेती है क्योंकि उसे सारा डाटा पूरी तरह लोड करना होता है लेकिन हम जब वापस से बाद में उसे खोलते हैं तो वो पहले के मुक़ाबले जल्दी लोड हो जाती है क्योंकि उसकी फ़ाइल हमारे पास कुकीज़ के रूप में सेव हो जाती है. इससे हमारे डाटा की बचत हो जाती है.
दूसरा फायदा होता है E-commerce website को जो Online सामान बेचती है. जब हम किसी प्रॉडक्ट के बारे में सर्च करते हैं तो कुकीज़ के रूप में हमारी फ़ाइल सेव हो जाती है जिससे इन्हें हमारा इन्टरेस्ट पता चल जाता है और इनके विज्ञापन हमारी स्क्रीन पर आना शुरू हो जाते हैं. वैसे ये भी फायदेमंद है क्योंकि इससे हमे अच्छे-अच्छे ऑफर मिल जाते हैं.
तीसरा फायदा होता है गूगल को. गूगल खुद ही लोगों के विज्ञापन हमारी स्क्रीन तक पहुचाता है. ऐसे में गूगल को भी जरूरत होती है की वो सही विज्ञापन सही व्यक्ति तक पहुचाए. गूगल कुकीज़ के जरिये ये पता लगता है की आज आपका इन्टरेस्ट किस चीज में हैं बस उसी से संबन्धित विज्ञापन वो आपको बताने लगता है. इससे गूगल का काम भी हो जाता है और आपको भी आपकी इन्टरेस्ट की चीजें मिलना शुरू हो जाती है.
कुकीज़ कैसे डिलीट करें? (how to delete cookies?)
कुकीज़ डिलीट करने के लिए आप जिस ब्राउज़र का इस्तेमाल कर रहे हैं उसकी Setting में जाये. जैसे मान लीजिये आप Google Chrome browser उपयोग कर रहे हैं. तो उसकी setting में जाए. Setting में नीचे आपको Advance ऑप्शन दिखेगा उस पर क्लिक करें. इसके बाद Clear browsing data पर क्लिक करें. यहाँ पर आपको ढेर सारी चीजें डिलीट करने का ऑप्शन मिलेगा. आपको उनमें से Cookies and site data पर क्लिक करना है. मतलब उसे सिलैक्ट करना है.और फिर Clear Data पर क्लिक करें.
कुकीज़ के बारे में आप कई सारी बातें जान गए होंगे लेकिन कुकीज़ के कुछ पहलू ऐसे हैं जो अभी भी आप नहीं जानते हैं. इनके बारे में जानना जरूरी है.
– कुकीज़ किसी ब्राउज़र के लिए होती है. अगर आप सोचते हैं की एक बार जो आपने chorme में सर्च किया तो वो firefox ब्राउज़र में काम आ जाएगा तो ऐसा नहीं होगा. आप chorme की कुकीज़ को सिर्फ chorme में ही उपयोग कर सकते हैं.
– कुकीज़ के रूप में सेव होने वाली फ़ाइल टेक्स्ट फ़ाइल होती है. ये ज्यादा हेवी नहीं होती है. लेकिन अगर आपको सालों हो गए है कुकीज़ फ़ाइल को डिलीट किए हुए तो कुकीज़ फ़ाइल को जरूर डिलीट कर दें.
– कुकीज़ फ़ाइल को समय-समय पर डिलीट करना जरूरी है नहीं तो ये आपकी सीक्रेट इन्फॉर्मेशन को लीक कर सकते हैं.
– Cookies डोमेन पर भी निर्भर करती है क्योंकि एक Domain से लिया हुआ डाटा दूसरे डोमैन के बारे में नहीं बता पाएगा.
– कुकीज के फाइल लगभग 4KB की होती है जो कि अलग-अलग ब्राउज़र में अलग अलग साइज की हो सकती है.
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