भारत में कई तरह के उद्योग (Industry) स्थापित हैं. जिनमें कुछ उद्योग बड़े हैं तो कुछ छोटे हैं. बड़े उद्योग को चलाने के लिए काफी पैसा और लोगों की जरूरत होती है. वहीं छोटे उद्योगों को स्थापित लिए कम पैसा और कम लोगों की जरूरत पड़ती है. भारत में स्थापित इन छोटे उद्योगों को MSME (Ministry of Micro, Small and Medium Enterprises) की श्रेणी में रखा जाता है.
MSME में विकास के लिए सरकार काफी सारे प्रयास करती रहती है जिनका लाभ उन लोगों को मिलता है जो वास्तव में उद्योग स्थापित कर उसे अच्छी तरह चलाने की सोच और समझ रखते हैं. आप भी छोटे उद्योग स्थापित करना चाहते हैं तो आपको पता होना चाहिए की MSME Kya Hai ? MSME, Registration Kaise Hota Hai MSME Benefits Kya Hai.
Contents
MSME क्या है? What is MSME?
MSME का पूरा नाम Ministry of Micro, Small and Medium Enterprises है. यानी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग. ये ऐसे उद्योग होते हैं जो विशाल नहीं होते बल्कि ये विशाल उद्योगों के लिए सहयोग का काम करते हैं जैसे उन्हें कच्चा माल उपलब्ध करना, उनके लिए सहयोगी चीजे बनाना. इसके अलावा खुद के भी कुछ Product बनाना. भारत में सरकार इन उद्योगों को काफी बढ़ावा देती है और इन्हें स्थापित करने के लिए लोन भी देती है. लेकिन इसके लिए आपका बिजनेस प्लान अच्छा होना चाहिए.
MSME की परिभाषा Definition of MSME
MSME के अंतर्गत तीन तरह के उद्योग आते हैं. सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम. इन तीनों में फर्क के लिए इन्हें सरकार ने इनके Investment और Turnover के अनुसार परिभाषित किया है.
सूक्ष्म उद्योग या माइक्रो इंटरप्राइज़ Micro industry or micro Enterprise
सूक्ष्म उद्योगों के लिए पहले मैनुफैक्चर इंटरप्राइज़ और सर्विस दोनों क्षेत्रों में इनवेस्टमेंट 1 करोड़ रूपए तक और टर्नओवर 5 करोड़ रुपये तक रखा गया है. यानि 1 Crore Investment और 5 Crore तक का टर्नओवर कमाने वाले उद्योग सूक्ष्म उद्योग की श्रेणी में आएंगे.
लघु उद्योग या स्माल इंटरप्राइज़ Small scale or small enterprise
लघु उद्योगो के दोनों क्षेत्रों के लिए Investment Limit 10 करोड़ रुपये तक है और टर्नओवर 50 करोड़ रुपये तक है. यानि किसी कंपनी में 10 करोड़ इन्वेस्ट किया और उससे 50 करोड़ रूपये तक का टर्नओवर मिल रहा है तो उसे लघु उद्योग की श्रेणी में रखा जाएगा.
मध्यम उद्योग या मीडियम इंटरप्राइज़ Medium industries or medium enterprises
मध्यम उद्योगों के लिए दोनों क्षेत्रों की Investment Limit 20 करोड़ रुपये तक की रखी गई है वहीं इसके टर्नओवर की सीमा 100 करोड़ रुपये तक है. यानि 20 करोड़ तक का इन्वेस्ट करके 100 करोड़ रुपये तक कमाने वाली कंपनी मध्यम उद्योग में आएगी.
MSME Registration के लिए Required Documents
MSME Registration के लिए आप अपने पास कुछ जरूरी दस्तावेज़ जरूर रखें जैसे : आधार नंबर, पैन कार्ड, पासपोर्ट साइज़ फोटो, अपने Business की Details आदि.
MSME रजिस्ट्रेशन कैसे होता है? How is MSME Registration?
बिजनेस छोटा हो या बड़ा हो आपको उसे कानूनी रूप से चलाने के लिए उसका Registration अनिवार्य है. आप अगर MSME Business शुरू करना चाहते हैं तो आप उसके लिए Online Application कर सकते हैं. इसमें ज्यादा समय भी नहीं लगता है. इसके रजिस्ट्रेशन के लिए उद्योग आधार (Udyog Aadhaar) योजना शुरू की गई है. इस पर Registrationके लिए निम्न प्रोसैस फॉलो करे.
– MSME Registration के लिए आपको http://udyogaadhaar.gov.in/UA/UAM_Registration.aspx पर जाना है.
– यहां आपको एक छोटा सा फॉर्म दिखाई देगा जिसमें आपको अपना आधार नंबर और अपना नाम लिखना है. इसके बाद Generate OTP पर क्लिक करना है.
– इसके बाद आपके आधार Registered Mobile नंबर पर OTP आएगा जिसे आपको फॉर्म में दर्ज करना है.
– इसके बाद आपसे कुछ डीटेल जैसे पर्सनल डीटेल, आपके Business की Details आदि पूछी जाएगी जिसे आपको सही-सही भरना है.
– इस तरह आप अपने उद्योग आधार के लिए Registration कर सकते हैं. आपको फॉर्म भरने के बाद एक ई रसीद प्राप्त होगी उसका प्रिंटआउट निकलवा लें और अपने पास रखें.
अगर आप Udyog Aadhaar Offline Application करना चाहते हैं तो इसके लिए अपने शहर के या संभाग के MSME Office जाकर इसकी जानकारी लें.
MSME रजिस्ट्रेशन के फायदे Benefits of MSME Registration
MSME Registration आपको कानूनी रूप से बिजनेस करने की स्वतन्त्रता देता है वहीं आपको कुछ और फायदे भी मिलते हैं जिनसे आपका बिजनेस अच्छी तरह ग्रोथ (Growth) कर सकता है.
– एमएसएमई रजिस्ट्रेशन (MSME Registration) करवाने से आपका Business सरकार के पास रजिस्टर हो जाता है. इसके जरिये बैंक आपको आपका बिजनेस बढ़ाने के लिए आसानी से Loan दे देते हैं. आपको आपके बिजनेस के लिए सरकार से कम Interest Rate पर आसानी से लोन मिल जाता है. साथ ही सरकार द्वारा जो लोन दिलाये जाते हैं वो भी आपको प्राप्त हो सकते हैं.
– एमएसएमई रजिस्ट्रेशन करवाने पर ज़्यादातर राज्य लोगों को बिजली, टैक्स आदि में सब्सिडी आदि प्रदान करते हैं.
– MSME में Registered Business को एक्साइज़ छूट (Excise Discount Scheme) योजना का भी लाभ मिलता है. इसके अंतर्गत प्रारम्भिक वर्ष में कुछ प्रत्यक्ष करों में छूट (Tax Rebate) मिलती है.
– सरकार ऐसे कई टेंडर जारी करती है जो सिर्फ MSME के लिए ही होते हैं उनका लाभ भी एमएसएमई रजिस्टर्ड बिजनेस को मिलता है.
MSME में निवेश क्यों करे? Why invest in MSME?
MSME में Investment के लिए सरकार खुद भारतवासियों को प्रोत्साहित कर रही है. Corona lockdown में भारत सरकार ने MSME Sector की ग्रोथ के लिए 3 लाख करोड़ रुपये लोन (Rs 3 Lakh Crore Loan) के रूप में बांटने की बात कही है. यानि MSME के अंतर्गत कई तरह के लोन आने वाले कुछ महीनों में बाते जाएंगे. अगर आप पहले से किसी MSME Business से जुड़े हैं तो भी आपको फायदा हो सकता है और अगर आप नया उद्योग स्थापित करना चाहते हैं तो उसमें भी आपको फायदा हो सकता है. MSME Business स्थापित करने के लिए बस आपके पास एक अच्छा बिजनेस मॉडल (Good Business Model) होना चाहिए. बिजनेस के लिए सरकार आपकी काफी हद तक आर्थिक मदद करती है.
MSME को चुनना भारत के लिए इसलिए भी जरूरी है क्योंकि क्योंकि इससे सीधे तौर पर कुशल, अर्धकुशल लोगों को रोजगार मिलता है. इन उद्योगों के जरिये देश का पैसा देश में ही रहता है और स्वदेशी उद्योगों को बढ़ावा मिलता है जिसका सीधा सा योगदान देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में मिलता है.
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वही दूसरी ओर इस तरह के उद्योग सीधे तौर पर बड़े-बड़े उद्योगों को मदद देते हैं. ये उनके लिए कई तरह की सहायक चीजे उपलब्ध कराते हैं जिनकी सीधे तौर पर बड़े उद्योगों को जरूरत होती है. इसलिए अगर आपके पास कम पैसा है और आप सरकार की ओर से लाभ लेना चाहते हैं तो आपको MSME में निवेश करना चाहिए.