भारत में यंग और टैलेंटेड मैनेजर्स की डिमांड तेजी से बढ़ी है. यही कारण है कि भारत के अधिकतर युवा एमबीए की ओर आकर्षित हो रहे हैं और बड़ी मात्रा में इस कोर्स में एडमिशन ले रहे हैं. जॉब वेकेंसी में Project Manager के लिए आए दिन विज्ञापन आते रहते हैं. यदि आप भी Project Manager बनना चाहते हैं और इस फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो इस लेख में प्रोजेक्ट मैनेजर कैसे बने? इससे संबन्धित सभी जानकारी मिलेगी.
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Project मैनेजर क्या होता है? (Project Manager in Hindi)
बिजनेस की दुनिया में हर कंपनी के लिए हर एक प्रोजेक्ट मायने रखता है. क्योंकि प्रोजेक्ट ही होते हैं जो उन्हें कमाकर देते हैं. जैसे कोई बिल्डर कंपनी है तो उसे बिल्डिंग बनाने का प्रोजेक्ट मिलेगा. बिल्डिंग जितनी बड़ी रहेगी बिल्डर का फायदा उस प्रोजेक्ट से उतना ही ज्यादा होगा.
हर कंपनी में प्रोजेक्ट आते रहते हैं. किसी भी कंपनी में जब कोई प्रोजेक्ट आता है तो उसे कैसे पूरा करना है, कब तक पूरा करना है, कितने लोगों के साथ पूरा करना है, कितना खर्च आने वाला है? इन सभी बातों को तय किया जाता है. ये सारी जानकारी बताना एक प्रोजेक्ट मैनेजर का काम होता है. इसके साथ ही तय समय पर उस प्रोजेक्ट को पूरा करवाना भी प्रोजेक्ट मैनेजर का ही काम होता है.
Project Manager बनने के लिए आपको लोगों से काम करवाना आना चाहिए साथ ही ये अनुमान भी अच्छी तरह होना चाहिए कि कितने लोग कितने समय में उस काम को पूरा कर देंगे. ये अनुभव के साथ व्यक्ति सीखता है लेकिन प्रोजेक्ट मैनेजर बनने के लिए इतनी मैथ तो आपको पता होनी ही चाहिए. तभी आप किसी कंपनी को इंप्रेस कर पाएंगे. प्रोजेक्ट मैनेजर एक रिस्पेक्टेड पोस्ट है और इसमें सैलरी भी काफी अच्छी मिलती है. इसके साथ ही इसमें स्कोप भी काफी ज्यादा है.
प्रोजेक्ट मैनेजर बनने के लिए जरूरी स्किल्स (Project Manger Skills)
एक मैनेजर का काम है काम को सही तरीके से मैनेज करना जब आपको प्रोजेक्ट मैनेजर बनाया जाता है तो आपसे उम्मीद की जाती है कि आप उस प्रोजेक्ट को सही समय पर करके देंगे. उतने समय में वो प्रोजेक्ट फाइनल हो जाएगा और कंपनी आपको दूसरा प्रोजेक्ट दे देगी. हर कंपनी यही चाहती है कि वो ऐसे प्रोजेक्ट मैनेजर को हायर करे जो पहले से ही स्किल्ड हो. इसलिए आप अपनी वर्किंग स्किल्स को पहले से ही डेवलप करें. इस फील्ड में इन स्किल्स का उपयोग ज्यादा किया जाता है.
– आपको जो प्रोजेक्ट मिलता है उसके लिए आपको बढ़िया प्लान बनाना होता है. मतलब वो प्रोजेक्ट आप कम से कम कितने दिनों में करेंगे और कैसे करेंगे? अगर आप बढ़िया प्लानर हैं तो प्रोजेक्ट मैनेजर बनने की पहली स्किल आपने हासिल कर ली है.
– किसी प्रोजेक्ट को पूरा करने में कई तरह की दिक्कतों का सामना आ सकता है. जैसे एकदम से कुछ कर्मचारी छुट्टी पर चले जाए, कोई मशीन बिगड़ जाए, या फिर कोई और परेशानी आ जाए. तो ऐसी स्थिति का सामना करना आपको आना चाहिए. इन स्थिति को मैनेज करने की कला आपमें होनी चाहिए.
– अपने प्रोजेक्ट में कौन से रिस्क आ सकते हैं इस बात को हमेशा आपको सोचकर चलना होगा और उन रिस्क से निपटने का रास्ता भी पहले से ही ढूँढना होगा.
– प्रोजेक्ट मैनेजर एक ऐसी पोस्ट है जिस पर वर्क प्रेशर एक काम करने वाले कर्मचारी से भी ज्यादा रहता है, क्योंकि उसे एक साथ अपने वर्कर और अपने बॉस दोनों से ही तालमेल बैठाना होता है. इसलिए कठिन परिस्थितियों में काम करने के लिए खुद को तैयार रखें.
– जो क्लाईंट आपको प्रोजेक्ट दे रहा है हमेशा उसके साथ अच्छे संबंध बनाए ताकि वो आपको आगे भी काम दे और आपकी कंपनी की रेप्युटेशन खराब न हो.
– आपका कम्यूनिकेशन यानि बातचीत करने का तरीका काफी अच्छा होना चाहिए. हर व्यक्ति को कन्वेन्स करने की कला आपमें होनी चाहिए.
प्रोजेक्ट मैनेजर कैसे बने? (How to become Project Manager?)
प्रोजेक्ट मैनेजर बनना कोई आसान काम नहीं है. इसके लिए अनुभव और योगयता दोनों चीजों की जरूरत होती है. इसके लिए ग्रेजुएशन लेवल पर तो कोई कोर्स नहीं कराया जाता है लेकिन पोस्ट ग्रेजुएशन में काफी सारे कोर्स हैं जिन्हें करके आप प्रोजेक्ट मैनेजर बन सकते हैं.
– प्रोजेक्ट मैनेजर बनने के लिए यदि संभव हो सके तो किसी ऐसी फील्ड से ग्रेजुएशन करें जिसमें आपको इंटरेस्ट हो और जो बिजनेस से जुड़ी हो. जैसे बीबीए, बीई, बीटेक आदि.
– ग्रेजुएशन के बाद आप एमबीए करें. एमबीए आप किसी भी कॉलेज से कर सकते हैं. लेकिन यदि आप बहुत अच्छी और ज्यादा सैलरी वाली नौकरी चाहते हैं तो आपको CAT देकर IIM से ही MBA करना चाहिए.
– MBA कई सारी ब्रांच के साथ होता है. इसमें आप Project Manager को चुन सकते हैं.
प्रोजेक्ट मैनेजमेंट से संबन्धित कोर्स (Project Management Courses)
पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल पर कई सारे प्रोजेक्ट मैनेजमेंट से संबन्धित कोर्स कराये जाते हैं. इनमें से आप किसी एक को कर सकते हैं और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट की फील्ड में स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं.
सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन प्रोजेक्ट मैनेजमेंट
एमबीए – प्रोजेक्ट मैनेजमेंट (MBA PM) (डिस्टेंस लर्निंग)
पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट इन एडवांस प्रोजेक्ट मैनेजमेंट
पोस्टग्रेजुएट प्रोग्राम इन प्रोजेक्ट मैनेजमेंट (PGP PM)
पोस्टग्रेजुएट प्रोग्राम इन प्रोजेक्ट इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट (PGP PEM)
मास्टर ऑफ़ साइंस इन प्रोजेक्ट मैनेजमेंट (MSPM)
मास्टर ऑफ़ साइंस इन मैनेजमेंट (MSM)
मास्टर ऑफ़ साइंस (MS)
एमबीए इन कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट मैनेजमेंट (MBA CPM)
प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में करियर ऑप्शन (Project Management Career Option)
प्रोजेक्ट मैनेजमेंट का कोर्स करके आप एक नहीं बल्कि कई सारी पोस्ट के लिए योग्य हो जाते हैं. इसमें आपको कई जॉब ऑप्शन मिलते हैं.
प्रोजेक्ट मैनेजर
प्रोजेक्ट क्वालिटी मैनेजर
प्रोजेक्ट कॉस्ट एस्टिमेटर
प्रोजेक्ट शैड्यूलर
प्रोजेक्ट रिस्क मैनेजर
प्रोजेक्ट प्रोक्योरमेंट मैनेजर
प्रोजेक्ट लीडर
प्रोजेक्ट प्लानर
ये सभी करियर ऑप्शन एक प्रोजेक्ट मैनेजर को मिलते हैं. यदि आप इस फील्ड में काम करना चाहते हैं तो आप नौकरी के लिए कन्स्ट्रकशन कंपनी, आर्किटेक्चर कंपनी, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी, इंजीनियरिंग कंपनी, पब्लिक सेक्टर कंपनी आदि में नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं. भारत में अगर टॉप रिक्रूटर की बात करें तो वो एक्सेंचर, हिताची, यूनाइटेड हैल्थ ग्रुप है.
प्रोजेक्ट मैनेजर एक काफी अच्छी पोस्ट है लेकिन ये आपके लिए काफी सारा काम भी लेकर आती है. इसमें काम के हिसाब से आपको सैलरी भी दी जाती है शुरुआती तौर पर Project Manager Salary 4 से 5 लाख रुपये तक होती है. जैसे उनका अनुभव बढ़ता है वैसे उनकी सैलरी भी बढ़ती है. एक अनुभवी प्रोजेक्ट मैनेजर हर वर्ष 30 से 40 लाख रुपये कमाता है.