भारत में हर व्यक्ति Smartphone जरूर उपयोग करता है और उन स्मार्टफोन उपयोग करने वाले लोगों में से अधिकतर लोग पेमेंट करने के लिए यूपीआई एप जैसे Google Pay, Phone Pay, Amazon Pay जैसे एप का उपयोग करते हैं. वर्तमान में इनसे होने वाले Transaction इतने ज्यादा बढ़ गए हैं कि मार्केट में कई सारी कंपनियां Digital Payment और UPI App बनाने लगी है. UPI Payment (Unified Payment Interface) पर थर्ड पार्टी एप पर लगाम कसने के लिए सरकार ने नया नियम जारी किया है जिसके लागू होने के बाद Third Party App पर यूपीआई पेमेंट करने वाले ग्राहकों पर इसका असर पड़ेगा.
भारत में एक महीने में 2 अरब UPI Transaction हो चुके हैं और ये दिन ब दिन तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. लेकिन NPCI ने नया नियम जारी करते हुए कहा है कि अब थर्ड पार्टी एप को पूरे यूपीआई ट्रांजैक्शन का 30 प्रतिशत ही मिलेगा. ये नियम Google Pay Phone Pay जैसे दूसरे यूपीआई आधारित पेमेंट एप पर होगा. लेकिन इन एप के लिए ये अच्छी बात है कि इन्हें संभलने के लिए तीन साल का समय मिलेगा. यानि कि इस नए नियम का तीन साल तक इन UPI App पर कोई असर नहीं पड़ेगा. ये नियम पूरी तरह से 2023 तक ही लागू होगा.
UPI App पर क्यों लगाया जा रहा है नया नियम
NPCI के मुताबिक थर्ड पार्टी यूपीआई एप को ट्रांजैक्शन का 30 प्रतिशत हिस्सा देने का नियम बनाया जा रहा है. एनपीसीआई का कहना है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि UPI Ecosystem में रिस्क मैनेजमेंट और आगे स्केल अप करने में मदद कर सके. इनका कहना है कि मौजूदा थर्ड पार्टी एप जो 30 प्रतिशत कैप से आगे निकाल चुके हैं उन्हें इस नियम का पालन करने के लिए दो साल का समय दिया जाएगा जिससे वे इसे आसानी से मैनेज कर सके. इसका मतलब हुआ कि साल 2023 तक ये नया नियम Third Party UPI App पर कोई खास असर नहीं डालेंगे.
NPCI के मुताबिक नया नियम जारी करना इसलिए भी जरूरी हो गया है क्योंकि मार्केट में बहुत सारे थर्ड पार्टी यूपीआई एप आ चुके हैं जिन पर रोजाना काफी सारे ट्रांजैक्शन हो रहे हैं. और आने वाले समय में ये एप और ट्रांजैक्शन के काफी ज्यादा बढ़ने की संभावना है. ऐसे में यदि ज्यादा से ज्यादा ट्रांजैक्शन सिर्फ UPI Based Third Party App से किए जाने लगे तो इन पर एप का एकाधिकार बढ़ने लगेगा और ये अपने हिसाब से पेमेंट और चार्जेस में बदलाव कर पाएंगे. इस बात को मद्देनजर रखते हुए NPCI ने 30 प्रतिशत कैप देने का फैसला किया है.
Paytm को नहीं होगा असर
अब बात करते हैं कि Paytm पर इसका कोई असर क्यों नहीं होगा. वैसे तो Paytm खुद भी एक थर्ड पार्टी यूपीआई एप है लेकिन इस पर NPCI के नए नियम का असर नहीं होगा क्योंकि पेटीएम के पास पेमेंट बैंक का लाइसेन्स है.
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ऐसे में यदि NPCI UPI App को 30 प्रतिशत कैप देता है तो बाकी के ट्रांजैक्शन के लिए पेटीएम के पास पेमेंट बैंक का ऑप्शन है जिस पर आप चाहे जितने ट्रांजैक्शन करवा सकते हैं.