jeff bezos biography in hindi Amazon की सफलता के मन्त्र क्या है ? आखिर इसके संस्थापक जेफ़ बेजोस ने ऐसा क्या किया की Amazon World में सबसे बड़ी ऑनलाइन रिटेल कम्पनी बन गई…? उन्हें E-Commerce का पितामह क्यों माना जाता है और उन्होंने Amazon को इन्टरनेट सेल्स के मोडल के रूप में कैसे विकसित किया ? ऐसा क्या हुआ की 3 कर्मचारियों से शुरू हुई कम्पनी में आज लगभग 200000 कर्मचारी काम करते है ? वे कौन से मन्त्र थे, जिन्हें पढ़कर वे संसार के सबसे अमीर व्यक्तियों की लिस्ट में आ गये ?
जेफ बेजोस दुनिया की उन गिनी-चुनी हस्तियों में से एक हैं, जिन्होंने अपने करामाती कामों से लोगों के जीवन पर गहरा प्रभाव डाला। Amazon.com की स्थापना कर उन्होंने लोगों की खरीदारी का तरीका ही बदल दिया। आपको जो कुछ भी चाहिए, Online Order कीजिए और सामान आपके दरवाजे पर हाजिर, वह भी बाजार से सस्ती कीमत पर। हाँ, वही जैफ़ बेज़ोस, जिनका जन्म एक नाबालिग माँ की कोख से हुआ और अठारह माह की उम्र में ही जिनका पिता उन्हें बेसहारा छोड़कर चला गया। जिन्होंने सौतले पिता की छत्रछाया में पढ़ाई की, नाना के यहाँ रहकर Technology सीखी और फिर आकर्षक नौकरी छोड़कर Online बिजनेस में कूद पड़े। अपने गैरेज से Amazon.com की स्थापना की और अपनी मेहनत के बल पर एक प्रमुख .com उद्यमी तथा अरबपति बन गए। Amazon.com आज अमेरिका की ही नहीं, पूरे विश्व की सबसे बड़ी आॅनलाइन रिटेलर कंपनी है। इस पोस्ट में आप जानेगे की कैसे बेजोस ने कम्पनी शुरू करने के लिए कड़ी मेहनत की और कैसे Amazon.com कम्पनी को सफलता के शिखर पर पहुंचाया।
प्राम्भिक जीवन
जेफ़ बेजोस का जन्म 12 जनवरी 1964 (Jeff Bezos Age 54 Years) को अमेरिका के न्यू मेक्सिको मै हुआ था। जब जेफ़ पैदा हुये तो उनकी माँ जैकलीन, हाईस्कुल मै पढाई कर रही थी, उनकी उम्र सिर्फ 17 साल की थी। जेफ़ के पिता का नाम जोर्गंस था वो जेफ़ को और उनकी माँ को 18 महीने की उम्र मै छोड़कर चले गये। जेफ़ जब 4 साल के थे तब उनकी माँ ने Miguel bezos से शादी की। शादी के बाद पूरा परिवार हूस्टन शिफ्ट हो गया और मिगुएल वहाँ इंजिनियर की तौर पर काम करने लगे।
जैफ को शुरू से नये नये चीजे जानने का शौक था। खिलोनों को खोलकर अलग अलग करते और फिर उसे जोड़ते थे, वो जानना चाहते थे की कोई भी चीज कैसे काम करती है। वो बचपन से काफी अलग थे। River Oaks Elementary School से अपनी शुरुवाती पढाई पूरी की और अपनी छुट्टिया अपने नाना के यहाँ बिताई। बचपन मै उन्होंने अपने कमरे के लिए एक इलेक्ट्रिक अलार्म बनाया। फिर उनका परिवार फ्लोरिडा शिफ्ट हो गया फिर जेफ़ ने अपनी पढाई Miami Palmetto High School से शुरू की। उन्होंने university of florida के साइंस ट्रेनिंग प्रोग्राम मै हिस्सा लिया तो उन्हें 1982 मै Silver Knight Award मिला।
शिक्षा
पूत के पांव पालने में दिख जाते है, यह कहावत बेजोस के जीवन पर पूरी तरह चरितार्थ होती है है, क्योकि बचपन में बेजोस एक स्क्रुड्रायवर लेकर अपना पालना खोलने की कोशिश करते थे। जब वे थोड़े बड़े हुए, तो बिजली के उपकरणों में रूचि लेने लगे। उनके भाई कमरे में बगैर जानकारी के न घुसे, इसके लिए उन्होंने एक इलेक्ट्रिक अलार्म बनाया। जब वे चौथी कक्षा में थे ,तो उनके स्कूल में मेनफ्रेम कंप्यूटर आया। बेजोस भला यह अवसर कैसे छोड़ देते , चूँकि किसी टीचर को कंप्यूटर चलाना नही आता था, इसलिए बेजोस और उनके साथियों ने मैन्युअल पढ-पढ़कर उसे चलाना सिखा। तब कौन जानता था की आगे चलकर वे कंप्यूटर पर ऑनलाइन रिटेल की क्रांति शुरू करने वाले है।
जेफ़ हमेशा एक इंटेलीजेंट स्टूडेंट रहे है, स्कुल से ही वो हमेशा किताबे पड़ते रहते थे। ये बात उनके माता पिता के लिए चिंताजनक हुई थी, इसीलिए उन्होंने जेफ़ को फुटबॉल सिखाया। आगे चलके जेफ़ ने Princeton University से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस मै बैचलर ऑफ़ साइंस की डिग्री ली। 1986 मै जेफ़ ने कंप्यूटर क्षेत्र मै काम किया, उसके बाद Fital नाम के कंपनी मै भी काम किया। लेकिन बहुत सारे कंपनी मै काम करने के बाद उन्होंने सोचा कोई और कंपनी मै काम क्यूँ करे.??? खुद का ही बिज़नस स्टार्ट करते है। उसके बाद वो अमेरिका मै बहुत घुमे और लोगों के डिमांड को जाना और पता चला की इंटरनेट की डिमांड बहुत है और इसी क्षेत्र मै बिज़नस करे तो सफलता जरुर मिलनी है।
1994 में खोली कंपनी
जेफ़ बेजोस ने जुलाई 1994 में अपनी कंपनी की स्थापना की और 1995 में इसकी शुरू की। बेजोस पहले तो इसका नाम केडेब्रा डॉट कॉम चाहते थे, लेकिन तीन महीने बाद उन्होंने इसका नाम बदलकर Amezon.com कर दिया। उन्होंने संसार की सबसे बड़ी नदी अमेज़न का नाम इसलिए चुना, क्युकी वे world biggest online bookseller बनना चाहते थे उनकी वेबसाइट ऑनलाइन बुकस्टोर के रूप में शुरू हुई, लेकिन बाद में यहाँ डीवीडी, सॉफ्टवेर, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपडे इत्यादि भी बिकने लगे। अमेज़न कम्पनी गेरेज में शुरू हुई थी और वह भी केवल तीन कंप्यूटर से। ऑनलाइन बिक्री का सॉफ्टवेयर खुद बेजोस ने बनाया था और तीन लाख डोलर की शुरूआती पूंजी उनके माता-पिता ने लगायी। कम्पनी की स्थापना के वक़्त उनके पिता ने उनसे पहला सवाल यह पूछा था, “इन्टरनेट क्या होता है” ? उनकी माँ ने बाद में कहा, “हम इन्टरनेट पर दांव नही लगा रहे थे हम तो जेफ़ पर दांव लगा रहे थे”। माता-पिता का यह विश्वास शत-प्रतिशत सही साबित हुआ और अमेज़न के 6 प्रतिशत शेयर्स के मालिक होने के कारन सन 2000 में माता-पिता अरबपति बन गये।
शुरूआती संघर्ष
16 जुलाई 1995 को जेफ़ बेजोस ने अपनी वेबसाइट पर पुस्तके बेचना शुरू कर दिया। पहले ही महीने अमेज़न ने अमेरिका के 50 राज्यों और 45 अन्य देशो में पुस्तके बेच डाली, लेकिन ये काम आसन नही था। जमीं पर घुटनों के बल बैठकर पुस्तको को पैक करना पड़ता था और पार्शल देने के लिए खुद भी जाना पड़ता था। पुस्तक की पैकिंग करते समय एक दिन जेफ़ बेजोस ने अपने साथी से पुछा, “तुम्हे पता है हमे इस काम को आसान बनाने के लिए क्या करना चाहिए”? साथी ने जवाब दिया , “हाँ घुटनों के निचे तकिया रख लेना चाहिये”। जेफ़ बेजोस हंस पड़े और अगले ही दिन उन्होंने कुछ टेबल खरीद ली, ताकि उनपर किताबो की पैकिंग की जा सके। बेजोस की मेहनत रंग लायी और सितम्बर तक हर सप्ताह 20000 डोलर की बिक्री होने लगी।
Net Banking प्रारम्भ किया
Jeff Bezos ने amazon.com website शुरू करके इतिहास रच दिया। उन्होंने हमे इन्टरनेट के माध्यम से घर बैठे मनचाही पुस्तकें खरीदने की सुविधा दी। उन्होंने इन्टरनेट क्रांति की Beginning करते हुए online selling and net banking का युग शुरू किया। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और Vision से एक ऐसा ब्रांड बनाया, जिसका Revenue US$ 88.988 billion (2014) है और दुनियाभर में 183,100 से ज्यादा कर्मचारी काम करते है (जुलाई 2015 तक के आंकड़े)।
महत्वपूर्ण मोड़
2007 तक अमेज़न डॉट कॉम ऑनलाइन बिक्री का स्थापित ब्रांड बन चुकी थी, लेकिन कम्पनी के इतिहास में महत्वपूर्ण नवम्बर 2007 में आया, जब अमेज़न ने अमेज़न किन्डल नाम ई-बुक रीडर बाजार में उतारा, जिसके माध्यम से पुस्तक को तुरंत डाउनलोड करके पढ़ा जा सकता था। इससे कम्पनी को बहुत लाभ हुआ। इससे एक तो किन्डल की बिक्री बढ़ी, दुसरे किन्डल फोर्मेट में पढ़ी जाने वाली पुस्तको की बिक्री भी बढ़ी। ग्राहकों के लिए ये बहुत सुविधाजनक था, क्योकि अब उने पुस्तक के आने का इन्तजार नही करना पड़ता था और मनचाही पुस्तक मिनटों में उनके पास आ जाती थी किन्डल की सफलता आशातित थी नवम्बर 2007 में उतरने के छह घंटो के भीतर ही किन्डल का सारा स्टॉक बिक गया और अगले पांच महीनो तक यह out of stock रहा। किन्डल रीडर की बदौलत अमेज़न ने अमेरिका के 95 प्रतिशत ई-बुक व्यवसाय पर कब्ज़ा कर लिया। किन्डल अमेज़न कंपनी के लिए बहुत फायदेमंद साबित हुआ, क्युकी इससे पुस्तको की शिपिंग की झंझट नाची, खर्च बचा, और स्थायी ग्राहक भी बन गये।
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