कंपनी में कितने तरह की छुट्टियाँ होती है, छुट्टियों के नियम?

जो लोग नौकरी करते हैं उन्हें तरह-तरह की छुट्टियां मिलती है. जैसे सीएल, ईएल, पीएल आदि. जो लोग नए होते हैं उन्हें अक्सर इन छुट्टियों (Holidays) के बारे में पता नहीं रहता है और वे इन्हें लेकर असमंजस में रहते हैं. लेकिन एक बार आप इनके बारे में जान जाए तो आप बिना अपनी सैलरी (Salary) गवाएं आसानी से छुट्टी के मजे ले सकते हैं.

छुट्टियों के प्रकार Types of holidays

छुट्टियों के नियम के बारे में जानने से पहले हमें ये जान लेना चाहिए की छुट्टियां कितने प्रकार की होती है.

Casual Leave (आकस्मिक अवकाश CL)

अगर आपको एक दम से कोई काम का जाता है या ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है की आप काम पर नहीं जा पाते तो और आपको छुट्टी लेना ही पड़ती है तो ऐसी छुट्टियों को Casual Leave कहा जाता है. इन्हें हम CL भी कहते हैं.

Medical leave (चिकित्सा अवकाश ML)

जब कोई कर्मचारी बीमार पड़ जाता है, घायल हो जाता है या उसके शरीर में कोई दिक्कत आ जाती है और उस स्थिति के लिए वो व्यक्ति छुट्टी लेता है तो उसे Medical Leave कहा जाता है.

Earned Leave/Privilege Leave (अर्जित अवकाश)

जब आप कुछ दिन काम करते हैं तो उसके बदले में आपको कुछ छुट्टियां मिलती है. जिनमें आप आराम कर सकें. इन छुट्टियों को Earned leave या अर्जित अवकाश कहा जाता है. Privilege Leave भी Earned Leave की तरह ही होती है लेकिन इनमें कुछ निश्चित दिनों तक काम करने के बदले में छुट्टी मिलती है. इसमें छुट्टियों की संख्या अलग हो सकती है.

Maternity Leave (मातृत्व अवकाश)

किसी संस्थान में काम करने वाली महिला जब गर्भवती होती है तो प्रसव नजदीक आने पर और बच्चे के जन्म के कुछ समय के बाद तक के लिए उसे छुट्टियां मिलती है. इन छुट्टियों को मातृत्व अवकाश कहा जाता है.

Paternity Leave (पितृत्व अवकाश)

कई संस्थान अपने पुरुष कर्मचारियों को पितृत्व अवकाश भी देते हैं. ये तब दिया जाता है जब उनकी पत्नी गर्भवती होती है और प्रसव का समय नजदीक होता है. ऐसे में इन छुट्टियों की मदद से वो अपने बच्चे और पत्नी की देखभाल कर सकता है.

छुट्टियों के नियम Holiday rules

Casual Leave (आकस्मिक अवकाश) के नियम

– कंपनियां सालभर में आपको 10 से 15 आकस्मिक अवकाश की सुविधा देती हैं.

– आप किसी महीने में ज्यादा से ज्यादा 3 सीएल ले सकते हैं.

– अगर आप 3 दिन से ज्यादा किसी महीने में छुट्टी पर जाते हैं तो इसे Earned Leave में गिना जाता है और इसके लिए उसे पहले से आवेदन करना जरूरी है.

– एक साल में जितनी Casual leave मिल रही है उन्हें उसी साल में लेना जरूरी है. इन्हें आप अगले साल नहीं ले सकते.

– अगर आपने उस साल में अपनी पूरी सीएल नहीं ली तो वो इसी साल खत्म हो जाती है और उन छुट्टियों के बदले आपको कोई पैसा नहीं दिया जाता है.

– सीएल को Earned या Privileged Leave के साथ जोड़ा या मिलाया नहीं जा सकता.

– अगर कोई व्यक्ति नया जॉइन होता है जो साल के बीच में होता है तो उसे पूरे सालभर की सीएल नहीं मिलती है बल्कि उसे उसी महीने से बची हुई सीएल मिलेगी.

Medical/Sick Leave (चिकित्सा अवकाश) के नियम

– किसी बीमारी के कारण आप काम पर नहीं जा पा रहे हैं तो आप Medical Leave ले सकते हैं.

– आमतौर पर आपको 10 से 15 दिन की Medical Leave मिलती है.

– Medical Leave लेने के लिए आपको छुट्टी के आवेदन के साथ-साथ Medical Certificate भी प्रस्तुत करना होता है.

– Medical Leave को Earned Leave के साथ मिलाया जा सकता है.

– Medical Leave सालभर में जितनी मिलती है आपको उतनी ही लेना है. अगर आप कम Medical Leave लेते हैं और कुछ medical leave बच जाती है तो ये अगले साल में नहीं जुड़ती है. इसके लिए कंपनी आपको कोई भुगतान भी नहीं करती है.

– जो लोग नई नौकरी जॉइन करते हैं उन्हें जिस महीने से वे जॉइन हुए है उसी के अनुसार medical leave मिलती है.

Earned/Privileged Leave के नियम

– ईएल किसी कंपनी के कर्मचारी को Factories Act के तहत मिलती है. उसे प्रत्येक 20 दिन के बदले 1 ईएल लेने का नियम है. यानि की वो सालभर में कुल 18 ईएल ले सकता है. हालांकि इसके नियम राज्यों और इंडस्ट्री के हिसाब से बादल जाते हैं. कुछ कंपनियाँ सालभर में 18 से ज्यादा ईएल भी देती हैं.

– पीएल किसी दुकान या संस्थान में कामकरने वाले कर्मचारी को Shops and Establishment के तहत मिलती है. ये हर 4 महीने में 5 मिलती है. यानि आप सालभर में कुल 15 पीएल ले सकते हैं.

– अगर आप साल के बीच में या नए जॉइन होते हैं तो बचे हुए महीनों के हिसाब से आपको ईएल और पीएल मिलती है.

– अगर उस साल आपकी कुछ ईएल बच जाती है तो आप उन्हें अगले साल भी ले सकते हैं. आपकी ईएल कभी भी एक साल में पूरी तरह खत्म नहीं होती है. वहीं आप चाहे तो ईएल न लेने के बदले अपनी कंपनी से पैसे ले सकते हैं.

अब तो आप छुट्टियों से संबन्धित नियम अच्छे से समझ गए होंगे. अब आप आसानी से ये समझ पाये होंगे की किस तरह की छुट्टी नहीं लेने पर आपको पैसे मिलते हैं और किस तरह की छुट्टी लेने पर पैसे मिलते हैं. दरअसल ये जानकारी आपके लिए काफी फायदेमंद है क्योंकि आप सैलरी के साथ इन छुट्टियों से अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं. इसके अलावा जब आपको जरूरत हो तब आप अपनी जरूरत के हिसाब से छुट्टी ले सकते हैं.

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