मोबाइल नंबर एक व्यक्ति की पहचान होती है. मोबाइल नंबर के जरिये उस व्यक्ति से बात की जा सकती है, उसकी डिटेल्स पता की जाती है. आजकल तो आधार, बैंक अकाउंट, पैन कार्ड, राशन कार्ड सबकुछ आपके मोबाइल नंबर से लिंक होते हैं. ऐसे में आपका मोबाइल नंबर सिक्योर रहे ये बहुत जरूरी है. हाल ही में सरकार ने नया नियम जारी किया है जिसके मुताबिक आपका मोबाइल नंबर कुछ शर्तों के आधार पर बंद हो सकता है. ये शर्ते क्या हैं और सरकार का सिम को लेकर नया नियम क्या है, आइये जानते हैं?
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सिम के नए नियम 2022 (New SIM Rule 2022)
साल 2022 के आने से पहले ही सरकार ने सिम को लेकर नए नियम जारी कर दिये हैं. जिन पर हर उस व्यक्ति को ध्यान देना चाहिए जो सिम का उपयोग करते हैं.
सरकार की नई गाइडलाइन के हिसाब से यदि कोई व्यक्ति तय सीमा से ज्यादा मोबाइल नंबर एक ही आईडी पर रखता है तो उसके मोबाइल नंबर बंद किए जा सकते हैं. इन्हें जारी रखने के लिए उसे वेरिफिकेशन करना होगा जो KYC के जरिये किया जाएगा.
एक आईडी पर कितनी सिम चला सकते हैं? (How many SIM can I buy with Aadhar?)
TRAI के नियमों के मुताबिक भारत के सभी राज्यों में आप एक आईडी पर 9 सिम चला सकते हैं. लेकिन जम्मू कश्मीर, असम सहित उत्तर पूर्व राज्य में आप एक आईडी पर सिर्फ 6 कनैक्शन ही ले सकते हैं.
अब जैसे आपके पास 9 कनैक्शन हैं तो TRAI की ओर से KYC कराने के लिए एक मैसेज आपके पास जाएगा. इसे आपको वेरिफ़ाई करना होगा. यदि आप वेरिफ़ाई नहीं करते हैं तो आपका कनैक्शन बंद हो जाएगा. मतलब वो सिम बंद हो जाएगी. यह सभी आधेश 7 दिसंबर 2021 से जारी किए गए हैं.
9 से ज्यादा सिम होने पर क्या होगा?
दूरसंचार विभाग की ओर से जारी एडवायजरी के अनुसार यदि आपके पास 9 से ज्यादा या फिर लिमिट से ज्यादा सिम कार्ड हैं तो ऐसी स्थिति में आपको अपनी मर्जी का सिम कार्ड चालू रखने का विकल्प दिया जाएगा. बाकी के कार्ड को आप बंद करवा सकते हैं. अगर ज्यादा संख्या में कार्ड पाये जाते हैं तो आपको उनका वेरिफिकेशन कराना होगा और आपके नाम पर मौजूद अधिक कार्डों को बंद करवाना होगा.
वेरिफिकेशन न करवाने पर क्या होगा?
TRAI की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि Telecom company अपने यूजर्स को नोटिफ़िकेशन भेजे. अगर आप अपनी सिम को वेरिफ़ाई करवा लेते हैं तो आपकी सिम चलती रहेगी. लेकिन यदि आपने उसे वेरिफ़ाई नहीं करवाया तो 60 दिन के भीतर आपकी सिम पूरी तरह से बंद हो जाएगी. इसमें 30 दिनों के भीतर आपकी आउटगोइंग कॉल बंद कर दी जाएगी और 45 दिनों के भीतर इनकमिंग कॉल बंद हो जाएगी. आपके पास खुद के एक्सट्रा सिम कार्ड को सरेंडर करने का विकल्प भी मौजूद रहेगा. अगर सब्सक्राइबर बीमार, विकलांग है तो उन्हें 30 दिन का अतिरिक्त समय दिया जाएगा. अगर आपके पास अधिक सिम कार्ड हैं तो आपको सबसे पहले वेरिफिकेशन करा लेना चाहिए अन्यथा आपकी सिम बंद हो जाएगी.
आईडी पर कितनी सिम चल रही है कैसे पता करें? (How to know fake SIM?)
आपकी आईडी पर कितनी सिम चल रही है इसे जानने के लिए दूरसंचार विभाग ने एक वेबसाइट जारी की है जिस पर आप सिर्फ अपना मोबाइल नंबर डालकर ये पता कर सकते हैं कि आपकी आईडी पर कितनी सिम चल रही है. इसमें जो नंबर आप चला रहे हैं वो तो आपको पता चल ही जाएंगे. साथ ही जो दूसरे नंबर आपके नाम पर चलाये जा रहे हैं उनके बारे में भी पता लगा जाएगा. इस पर फर्जी सिम का पता लगाना और उनकी रिपोर्ट करना काफी आसान है. यहाँ आप कुछ स्टेप्स फॉलो करके आसानी से ये पता कर सकते हैं कि आपकी आईडी पर कितनी सिम चल रही है.
दूरसंचार विभाग के टेलीकॉम एनालिटिक्स फॉर फ्रॉड मैनेजमेंट एंड कंज़्यूमर प्रोटेक्शन (TAFCOP) तैयार किया है. जिसमें आप आसानी से ये पता कर सकते हैं कि आपके नाम से कितनी सिम चल रही हैं.
– सबसे पहले अपने मोबाइल या कंप्यूटर के ब्राउज़र में जाकर TAFCOP website को ओपन करें.
– इसके बाद इसमें अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें और Request OTP पर क्लिक करें.
– इसके बाद आपके मोबाइल पर एक OTP आएगा. उसके माध्यम से खुद को वेरिफ़ाई करें.
– अब आपके सामने उन सभी नंबर की लिस्ट आ जाएगी जो आपकी आईडी से चल रहे हैं.
– इस लिस्ट में यदि आपको कोई ऐसा नंबर दिखाई दे रहा है जो आपका नहीं है या आप उसका उपयोग नहीं कर रहे हैं तो आप This is not my number पर क्लिक करें.
– यहीं से आप उस नंबर की रिपोर्ट करवा कर उसे बंद भी करवा सकते हैं.
इस तरह आप महज कुछ सेकंड में ये पता कर सकते हैं कि आपकी आईडी पर कितनी सिम चल रही है. इसके साथ ही आप फर्जी सिम को यहाँ से ब्लॉक भी कर सकते हैं.
क्यों जरूरी है केवाईसी करवाना?
आपमें से कई लोग सोच रहे होंगे कि जब आप अच्छी-भली सिम चला रहे हैं तो सरकार ऐसे नियम क्यों ला रही है जिससे आपको वेरिफिकेशन करवाना पड़े और न कारवाई तो आपकी सिम बंद हो जाए. असल में सरकार ऐसा आपकी सुरक्षा को बनाए रखने के लिए कर रही है.
कई बार लोग किसी और व्यक्ति के नाम से सिम ले लेते हैं और उसे पता नहीं होता है. जब उस सिम के जरिए कोई आपराधिक कार्य किया जाता है तब फँसता वो व्यक्ति है जिसके नाम पर सिम होती है. इसलिए ये जानना बहुत जरूरी है कि कहीं आपके नाम पर फर्जी सिम तो नहीं चल रही है. अगर कोई फर्जी सिम चल रही है तो आप उसे तुरंत बंद करवा सकते हैं या उसके बारे में रिपोर्ट कर सकते हैं.
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सिम का वेरिफिकेशन करवाने के लिए यदि आपको केवाईसी करवानी है तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है. आजकल सारा काम डिजिटल हो जाता है. सिम का वेरिफिकेशन भी डिजिटल होता है. आप बड़ी आसानी से अपने पास किसी रिचार्ज की शॉप पर या टेलीकॉम ऑपरेटर के ऑफिस पर जाकर अपनी केवाईसी करवा सकते हैं और अपनी सिम को बंद होने से बचा सकते हैं. लेकिन इसके लिए आपको पास पहले टेलीकॉम ऑपरेटर की ओर से मैसेज आना चाहिए।