HMT इस नाम से करोड़ों भारतीयों के दिलों का रिश्ता है. एक समय हुआ करता था जब एचएमटी की घड़ियां लोगों की शान का प्रतीक हुआ करती थी. लोग एचएमटी की घड़ियां पहनना स्टेटस का सिंबल माना करते थे. लेकिन वक़्त की रफ्तार के आगे HMT टिक न सकी और बंद हो गई. HMT जो भारत की सबसे बड़ी घड़ी निर्माता कंपनी थी वो कैसे शुरू हुई और कैसे बंद हुई? इसकी पूरी कहानी (HMT Success Story) आप यहां पढ़ सकते हैं.
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एचएमटी के मालिक कौन हैं? (HMT Company Owner)
एचएमटी किसी व्यक्ति की कंपनी नहीं है. HMT को साल 1953 में भारत सरकार के द्वारा शुरू किया गया था. HMT का पूरा नाम Hindustan Machine Tools (HMT Full form) है. शुरुआत में इसका काम मशीन एक टूल्स बनाने का था. लेकिन कुछ ही सालों में इस कंपनी ने घड़ियां, ट्रैक्टर, प्रिंटिंग मशीनरी, बेरिंग बनाना भी शुरू किया. एचएमटी ने दुनिया की काफी सारी अच्छी टेक्नोलॉजी कंपनियों के साथ मिलकर बेहतर प्रॉडक्ट भारत को दिये जो यहां काफी ज्यादा पसंद किए गए.
एचएमटी ट्रैक्टर का इतिहास (HMT Tractor History)
खेती में यदि आप रुचि रखते है तो आपने HMT के ट्रैक्टर जरूर देखे होंगे. एचएमटी भारत में काफी पहले ट्रैक्टर लेकर आई थी. यूरोप की एक बहुत बड़ी ट्रैक्टर निर्माता कंपनी Zetor थी जो 1971 तक अपने ट्रैक्टर भारत में लाना चाहती थी.
तब एचएमटी ने Zetor के साथ समझौता किया और भारत में दोनों ने HMT Zetor के नाम से ट्रैक्टर बेचना शुरू किया. लेकिन साल 1990 में HMT ने अपना ये समझौता खत्म किया और भारत में HMT Tractor की स्थापना की. Zetor से अलग होने के बाद कंपनी ने कई सारे मॉडल बाजार में उतारे और उन्हें भारत में बेचना शुरू किया.
कुछ सालों तक कंपनी का कारोबार काफी अच्छा चला लेकिन धीरे-धीरे एचएमटी की popularity कम होने लगी जिसका असर कंपनी के बिजनेस पर सीधा पड़ने लगा. एचएमटी को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा, जिसके चलते कंपनी की मार्केट वैल्यू कम होने लगी. जिसके बाद एचएमटी ने ट्रैक्टर बनाना बंद कर दिया.
एचएमटी की घड़ियां (HMT Watches)
एचएमटी की घड़ियां भारत में काफी फेमस थी लेकिन एचएमटी शुरू से ही घड़ियां नहीं बना रही थी. एचएमटी ने साल 1961 में जापान की Citizen Watch Company के साथ मिलकर बैंगलोर में एक कंपनी स्थापित की जहां इसने घड़ियां बनानी शुरू की. एचएमटी की पहली घड़ी तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के हाथों लांच की गई थी.
एचएमटी की पॉपुलर घड़ियों की बात करें तो उनमें HMT Janata, कोहिनूर, पाइलट, सोना आदि हैं.
एचएमटी बंद क्यों हुई? (Why is HMT Company Closed?)
एचएमटी भारत में काफी सारे प्रोडक्टस बनाती थी लेकिन इसके दो मुख्य प्रॉडक्ट ट्रैक्टर और घड़ियां ही थी. Zetor से अलग होने के बाद कंपनी को आर्थिक नुकसान होने लगा था जिसके कारण ट्रैक्टर वाले सेगमेंट को बंद करना पड़ा. वही दूसरी ओर साल 1995 में Titan को घड़ियां बनाने का लाइसेन्स मिला जिसके चलते लोगों ने HMT को छोड़कर टाइटन को पसंद किया. इस वजह से कंपनी धीरे-धीरे नुकसान में जाने लगी और साल 2016 में HMT को पूरी तरह बंद कर दिया गया.
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एचएमटी एक समय पर देश की शान हुआ करती थी. कहा जाता है कि एचएमटी की घड़ी को खरीदा नहीं बल्कि कमाया जाता था. क्योंकि ये शादी में, बर्थडे पर या अच्छे मार्क्स लाने पर बड़ों के आशीर्वाद के रूप में मिला करती थी. आज भी लोगों के दिलों में इससे जुड़ी कई यादे ज़िंदा हैं.